यह कहानी एक खरगोश और एक लोमड़ी की है, एक दिन क्या हुआ की एक लोमड़ी जंगल में अपने खाने की तलाश में जब निकली तो उसको एक खरगोश नजर आया और जो वह खरगोश बैठा था उसको एहसास होने लगा कि कोई मेरे पीछे आ रहा है।
जब पीछे देखा तो उस लोमड़ी को देखा जो उसके तरफ आ रही थी तब वह खरगोश भागना शुरू कर दिया। वह खरगोश यह समझ गया कि आज मेरी जिंदगी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी और वह खरगोश भागने लगा।
और जब वह खरगोश भागना शुरू कर दिया तो लोमड़ी देख लेती है कि यह खरगोश तो मुझे देख कर भाग रहा है। उस लोमड़ी को तो खाने की तलाश थी इसलिए वह लोमड़ी खरगोश के पीछा करने लगी।
खरगोश भागने लगा और लोमड़ी इसका पीछा करने लगी खरगोश अपना जान बचाने के लिए भाग रहा था और लोमड़ी उसको अपना शिकार बनाने के लिए उसका पीछा कर रही थी।
इससे पहले कि वह लोमड़ी खरगोश को अपना शिकार बनाती लोमड़ी के मुंह में वह खरगोश आने वाला ही था, तभी अचानक खरगोश को एक बिल नजर आ गया और वह खरगोश उस बिल में चला गया।
तब लोमड़ी पछताने लगी वह यह सोचने लगी कि आज यह खरगोश मेरा शिकार होते-होते बच गया। लेकिन वह लोमड़ी यह देखी थी कि खरगोश किस बिल में गया है।
इसलिए वह लोमड़ी यह सोचने लगती है कि इधर-उधर भटकने से अच्छा है कि इस बिल से इस खरगोश को बाहर निकाल लूं और खरगोश को बाहर निकालने के लिए उसके पास शर्त यह था कि मिट्टी को बाहर निकालना पड़ता।
उसके बाद वह लोमड़ी उस खरगोश को अपना शिकार बना पाती। तो वह लोमड़ी अकेले उस मिट्टी को खोदना शुरू कर दी और जब उस लोमड़ी के आसपास से कुछ लोमड़ीया गुजर रही थी तो वह लोमड़ी उस लोमड़ी से पूछने लगी कि तुम यहां पर क्या कर रही हो ?
तब वह लोमड़ी उन सारी लोमड़ी से बताने लगती है कि यहां पर एक खरगोश है, इधर उधर जाने की कोई भी जरूरत नहीं है तुम लोग आओ मेरा साथ दो। मिलकर इस मिट्टी को बाहर निकालते हैं और उस खरगोश को अपना शिकार बनाते हैं।
लेकिन कुछ देर के बाद जब वहां पर कुछ दिखाई नहीं देता है तो बाकी के जो लोमड़ी थी, वह यह सोचने लगती है कि यहां पर कुछ तो गड़बड़ है यह हम लोगों को धोखा दे रही है यह हम लोगों को मूर्ख बना रही है ?
यह सोचकर वह जितने भी लोमड़ी उसके साथ मिट्टी खोद रही थी वह उसको अकेले छोड़ कर चली जाती है। लेकिन वह जो लोमड़ी थी वो देखी थी कि खरगोश इसी बिल में गया है।
वह उस मिट्टी को खोदते रही वह लगी रही और कुछ देर बाद 2 से 3 और लोमड़ी को लेकर आती है। और बताती है कि इस बिल में खरगोश है तुम लोग आओ मेरा साथ दो इसमें से खरगोश निकलेगा तब हम लोग मिलकर उसे खा लेंगे।