आज के इस लेख में मैं आप सभी दो ऐसे मिस्टेक के बारे में बताने वाला हूं जिसको ध्यान में रखकर अगर आप काम करते हैं तो आपको डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री बहुत ही जल्द कामयाबी मिल जाएगी।
अगर आप डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में डिसटीब्यूटर हैं तो इस बात को आपको 100% याद रखना होगा कि कुछ गलती हो रही है अगर अपलाइन से या डाउन लाइन से तो आपको याद क्या रखना है कि आप अपने डाउन लाइन को प्रोडक्ट देने के लिए पैसा लेकर आते हैं और उस डाउन लाइन को सही टाइम पर वह प्रोडक्ट नहीं मिल पाता है ।
तो वह डाउनलाइन डिमोटिवेट होता है और डिमोटिवेट होकर वहां से चला जाता है। और बाद में क्या होता है कि वह डाउनलाइन आपके साथ खुशी-खुशी काम नहीं करता है यानी कि वह दिल से आपके साथ नहीं जुड़ पाता है।
तो मैं आप सभी को यही समझाना चाह रहा हूं कि अगर डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री में कामयाब होना चाहते हैं तो आप अपने डाउन लाइन से या अपने अपलाइन से पैसे के मामले में कोई भी बेईमानी मत कीजिए।
और दूसरी बात यह है कि अगर आप किसी कस्टमर से पैसा लिए हैं कुछ प्रोडक्ट देने के लिए और टाइम पर उस प्रोडक्ट को नहीं दे रहे हैं तो आप बोल दीजिए कि कुछ दिनों बाद मिल जाएगा।
लेकिन अगर आप किसी प्रॉब्लम की वजह से अपने कस्टमर को टाइम से प्रोडक्ट नहीं दे पाते हैं और उससे यह भी नहीं बोलते हैं कि किसी प्रॉब्लम की वजह से आपका प्रोडक्ट रुका हुआ है,
तो उसको कैसे पता चलेगा कि कोई प्रॉब्लम है या फिर आप उसका पैसा फसा दिए हैं ? इसलिए आपको यह बताना जरूरी है कि आपको कुछ दिनों बाद प्रोडक्ट मिल जाएगा अभी कोई प्रॉब्लम है।
अगर आप नहीं बताते हैं अपनी प्रॉब्लम के बारे में तो वहां पर क्या होता है कि आपकी कस्टमर का विश्वास आपके ऊपर से घटने लगता है। इससे आपका टीम भी खराब हो जाएगा यानी कि आपके टीम को भी वह बर्बाद कर देगा।
क्योंकि अगर यह कस्टमर आपसे नाराज हो जाता है और आपकी टीम को छोड़कर जाता है तो वह अपने साथ 10 और कस्टमर को लेकर जाएगा ।
और अगर आप एक कस्टमर को समय पर पैसा लेकर समय पर प्रोडक्ट दे देते हैं और उससे रिलेशनशिप अच्छा बना कर रखते हैं तो वह एक कस्टमर 10 और नए कस्टमर को लेकर आ सकता है। तो आपको बिजनेस में आगे बढ़ने के लिए सर्टिफाइड कस्टमर की जरूरत है आप सेटिस्फेक्शन देने की कोशिश कीजिए।
आपका और आपके अपलाइन के बीच जो रिलेशन है वह स्ट्रांग होना चाहिए। तो आप जब भी अपनी टीम को ट्रेनिंग दीजिए तो यह जरूर समझाइए कि पैसे के मामले में किसी से भी बेईमानी नहीं करना चाहिए।
अगर किसी को ₹1 भी एक्स्ट्रा है तो उस ₹1 को समय पर रिटर्न कर देना चाहिए। समय-समय पर पैसों का सही हिसाब-किताब किलियर करके रखना चाहिए।