इस डायरेक्ट सेल्लिंग इंडस्ट्री में बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो यह बोलते हैं कि मेरा बड़ा टीम नहीं बन पा रहा है और जो टीम है वह मजबूत भी नहीं है। तो मैं आप सभी से यह बता दूं कि टीम नहीं बनाने का कारण है lake of relationship.
आपको इस बात को समझना होगा कि यह जो नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस है यह सिर्फ संपर्क और संबंध बनाने का बिजनेस है। मैं आप सभी को यह बता दूं की आपको अच्छा प्लान दिखाना नहीं आता है लेकिन अगर आप अच्छा संबंध बनाना जानते हैं तो आपके साथ जो भी लोग आएंगे वह सारे लोग आपके साथ टिके रहेंगे।
चाहे भले ही आपके पास स्किल की कमी हो लेकिन अगर आप अच्छा संबंध बनाना जानते हैं तो लोग आपके साथ टिकने लगेंगे, और जब लोग आपके साथ टिकने लगेंगे तो आप यह समझ जाइए कि आपका टीम बहुत बड़ा बनेगा और जो भी टीम बनेगा वो बहुत मजबूत होगा।
तो अगर आप टीम नहीं बना पा रहे हैं और जो कुछ आप टीम बनाते हैं उसमें लोग आपके साथ टिक नहीं पाते हैं तो आपको लोगों के साथ किस तरह से अच्छा रिलेशनशिप बनाकर रहना है इसके बारे में भी मैं आप सभी को बताना चाहूंगा,
अगर आप लोगों के साथ अच्छा रिलेशनशिप बनाना चाहते हैं तो सबसे पहला काम आपको क्या करना होगा Be genuine.... यानी कि आप जैसे हैं वैसे रहिए, आप कुछ और होने का दिखावा मत कीजिए अपनी टीम के सामने।
जो आप एक्चुअल में है वैसे ही अपने टीम के सामने भी रहिए आपको दिखावा करने की कोई भी जरूरत नहीं है। क्योंकि जब आप दिखावा करेंगे तो आपका रिलेशनशिप अच्छा नहीं बनेगा।
आप जैसे हैं वैसे ही रहिए अगर आप जैसे हैं वैसे ही रहेंगे तो लोग आपके साथ ज्यादा से ज्यादा जुड़ना चाहेंगे और आपके साथ रहना चाहेंगे। क्योंकि ज्यादातर लोग उन्हीं लोगों के साथ रहना चाहते हैं जो लोग हमेशा सच बोलते हैं और सच का साथ देते हैं।
आप भी उन्हीं लोगों को पसंद करते होंगे या फिर उन्हीं लोगों के साथ रहना चाहते होंगे जो ईमानदार हैं यानी कि जो हमेशा सच बोलते हैं और सच का साथ देते हैं। तो अगर आप जैसे हैं वैसे ही रहेंगे तो इससे आपका रिश्ता लंबे समय तक बना रहेगा, आपको कभी भी अपनी टीम के लोगों के साथ झूठ नहीं बोलना है।
तो आपको इस बात को हमेशा याद रखना होगा कि आपको अपने इनकम को लेकर या फिर अपनी फैमिली बैकग्राउंड को लेकर कभी भी आपको झूठ नहीं बोलना है अगर आप एक अच्छा और मजबूत टीम बनाना चाहते हैं तो।
क्योंकि अगर आप एक झूठ बोलते हैं तो उस एक झूठ को छुपाने के लिए आपको 100 झूठ और बोलने पड़ते हैं, और आपको उसको याद भी रखना पड़ता है कि इस बात को छुपाने के लिए मुझे क्या-क्या बोलना है।
और अगर आप सच बोलते हैं तो आपको कुछ भी याद करने की जरूरत नहीं पड़ती कुछ भी सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि जो सच है वह सच है।