Don't give up even after everything sinks सब कुछ डूबने के बाद भी हार मत मानो
Don't give up even after everything sinks. आज के इस लेख में मैं आप सभी को एक ऐसे बिजनेसमैन का कहानी बताऊंगा जिन्होंने बहुत ही मेहनत करके बहुत सारा धन दौलत इकट्ठा किए थे।
लेकिन धीरे-धीरे करके उसका बहुत ज्यादा नुकसान होने लगा और 1 दिन ऐसा समय आ गया कि उसका सब कुछ लुट गया।
यानि की वह पूरी तरह से लूट गया उसका बिज़नेस भी बंद हो गया और वह धीरे-धीरे कर्ज में डूबने लगा जिससे वह बिजनेसमैन बहुत ही टेंशन में रहने लगा।
और 1 दिन उसके दिमाग में आईडी आया की जो मेरे गांव में एक साधु बाबा हैं उनके पास चलते हैं देखते हैं कि वह कुछ उपाय बताते हैं कि नहीं?
तब वह उस साधु बाबा पास पहुंच गए और बताने लगे कि मैं एक बहुत ही बड़ा बिजनेसमैन था मेरे पास बहुत ज्यादा धन दौलत था धीरे-धीरे करके वह सारा धन दौलत समाप्त हो गया।
और इस टाइम मैं कर्ज में डूब गया हूं अब आप ही मुझे कोई रास्ता दिखाइए मेरा तो जीने का कोई भी उम्मीद ही नहीं दिख रहा है।
तब साधु बाबा मुस्कुराए और यह बोलने लगे कि तुम्हारे पास जो भी धन दौलत था तुम्हारा जितना भी संपत्ति था सब डूब गया?
तब यह बिजनेसमैन बोला कि जी हां, मेरा तो सब कुछ चला गया।
साधु बाबा उस बिजनेसमैन से यह बताने लगे कि यह बताओ अगर यह सब कुछ तुम्हारा था तो क्यों चला गया तुम्हारे पास क्यों नहीं रहा?
तब यह बिजनेसमैन यह बोलने लगा कि पता नहीं क्यों चला गया लेकिन यह सब तो मेरा ही था।
तब साधु बाबा उस बिजनेसमैन से दूसरा सवाल यह करने लगे कि अच्छा यह बताओ कि जब तुम पैदा हुए थे तो क्या तुम यह सारा संपत्ति यह धन दौलत वहीं से लेकर आए थे?
तब बिजनेसमैन हंसने लगा और बोलने लगा कि यह कैसा सवाल है जब कोई पैदा होता है तो वह थोड़ी न कुछ लेकर आता है सब कुछ यहीं बनाता है,
जब कोई व्यक्ति पैदा होता है तो वह खाली हाथ आता है और मरता है तो खाली जाता है।