अगर आप किसी भी स्टूडेंट को अप्रोच करने वाले हैं और वह स्टूडेंट बोर्ड का एग्जाम देने वाला है, अब चाहे वह 10वीं का एग्जाम देने वाला है या 12वीं का एग्जाम देने वाला है तो आप उसको अप्रोच मत कीजिए।
आप उस स्टूडेंट को इस साल अपना प्लान मत दिखाइए। क्योंकि उस स्टूडेंट का पूरा ध्यान अपने बोर्ड पेपर पर है और आपको अपना बिजनेस प्लान दिखाना या मोटिवेट करना उस स्टूडेंट के पढ़ाई को बहुत ज्यादा डिस्टर्ब कर सकता है।
एजुकेशनल से व्यक्ति का दिमाग बहुत ही ज्यादा train होता है develop होता है, जिससे वह जिंदगी में बहुत ही आगे बढ़ सके।
किसी भी स्टूडेंट को पढ़ाई छोड़ कर डायरेक्ट सेलिंग या नेटवर्क मार्केटिंग के लिए मोटिवेट ना करें यह बहुत बड़ा पाप है। किसी की भी जिंदगी का फैसला लेने का अधिकार आपका नहीं है।
Instruction -2 Student को पढ़ाई से divert ना करें, आप स्टूडेंट से यह बोल सकते हैं कि आप पार्ट टाइम में बिजनेस कीजिए पार्ट टाइम में भी बहुत बड़ी बिजनस डेवेलोप कर सकते हैं।
जब स्टूडेंट को प्लान दिखाया जाता है तो वहां पर क्या-क्या प्रॉब्लम होता है, उसके बारे में समझ लेते हैं
स्टूडेंट को जब प्लान दिखाया जाता है तब उस टाइम 2 चैलेंज सामने आता है। 1. स्टूडेंट का माइंडसेट स्टूडेंट हमेशा यह सोचता है कि मैं तो स्टूडेंट हूं मुझे तो पैसा कमाने की जरूरत नहीं है।
अगर मैं पढ़ाई के साथ कोई काम करूंगा तो मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब हो जायेगी जो उसके लिए उस समय पर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण।