आज के इस लेख में मैं आप सभी को बताऊंगा कि आपको डायरेक्ट सेल्लिंग किस तरह से करना चाहिए ताकि आप डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस में सबसे टॉप लेवल पर पहुंच सके।
तो मैं आप सभी को यही बताना चाहता हूं कि आज के समय में भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो इस डायरेक्ट सेल्लिंग को ऑफलाइन कर रहे हैं।
तो इसलिए मैं आप सभी को यह बताना चाहूंगा कि आपको अपने पूरे सिस्टम को डिजिटल लेकर आना पड़ेगा। मैं आप सभी को यह बता दूं कि यह दुनिया पूरी तरह से चेंज हो चुकी है।
इसलिए आप सभी को इस डायरेक्ट सेल्लिंग में ऑनलाइन आना बहुत ही ज्यादा जरूरी है आपको अपना पूरा सिस्टम डिजिटल बनाना चाहिए। आप छोटे-छोटे स्टेप लीजिए सबसे पहले छोटी-छोटी वीडियो बनाना शुरू कीजिए।
अब यहां पर मैं आप सभी को डायरेक्ट सेल्लिंग और डिजिटल डायरेक्ट सेल्लिंग के बीच के जो अंतर है उस अंतर को बताना चाहूंगा। तो डायरेक्ट सेल्लिंग में क्या होता है कि आपके पास एक लिमिटेड टाइम होता है आप 1 दिन में ज्यादा से ज्यादा 3 से 4 मीटिंग ले सकते हैं।
बहुत अच्छे अच्छे हैं जो लीडर यह बोलते हैं कि अगर आपको डायरेक्ट सेल्लिंग में सक्सेज चाहिए तो आप हर रोज कम से कम 5 से 6 मीटिंग करनी चाहिए। लेकिन मैं आपको यह बता दूं कि ऐसा नहीं हो पाता है क्योंकि ट्रैवलिंग ही नहीं होता है।
एक व्यक्ति आपको कहीं और मिलता है और दूसरा व्यक्ति सीधे 2 घंटे की दूरी पर मिलता है इसी तरह से पूरे दिन का टाइम खत्म हो जाता है। और अगर एक मीटिंग लेते हैं तो एक मीटिंग में कम से कम डेढ़ से 2 घंटे ऐसे ही चला जाता है।
और अगर वह एक मीटिंग खत्म होती है तो दूसरा डाउन लाइन आता है और यह बोलता है कि सर इससे भी मिल लीजिए फिर आपको उससे भी मिलना पड़ता है।
तो इस वजह से कामयाबी थोड़ी दूर चली जाती है लेकिन डिजिटल में आपको यह फायदा होता है कि आप एक वेबीनार में 1000 लोगों को भी लेकर आते हैं तो उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता है।
और दूसरा फायदा यह होता है कि आपको किसी भी व्यक्ति को कन्वेंस करने की जरूरत नहीं पड़ता है। तो आज के समय में सबको एक ही प्रॉब्लम है कि मुझे पैसा कमाना है - मुझे पैसा कमाना है।
आज के समय में तो हर व्यक्ति पैसा कमाना चाहता है चाहे वह स्टूडेंट हो ,चाहे वह कोई डॉक्टर हो। जो स्टूडेंट है वह यह सोच रहा है कि मैं अपने पढ़ाई के साथ-साथ कुछ पैसे भी कमाऊ।
तो इसलिए मैं आप सभी को यही समझाना चाहूंगा कि डिजिटल आप लोगों को तो करना पड़ेगा कि पैसे कमाने का बहुत सारा अपॉर्चुनिटी है और लोग अपना लाइफ बहुत ही अच्छे से इंजॉय कर सकते हैं।
और जब वह एंजॉय करेंगे उस टाइम भी उनके बैंक अकाउंट में पैसे आते रहेंगे। तो इसलिए आपको अपने डायरेक्ट सेल्लिंग बिजनेस को डिजिटल डायरेक्ट सेल्लिंग में बदलना होगा।