सबसे पहले तो आप इस बात को समझें की इस दुनिया में कितने प्रकार के लोग ऐसे हैं जो किसी मुश्किल सिचुएशन को देखकर घबरा जाते हैं। दो प्रकार के ऐसे लोग हैं जो किसी मुश्किल सिचुएशन को देखकर घबराते हैं।
तो पहले कैटेगरी के लोग वह होते हैं जो इंतजार करते हैं उस प्रॉब्लम को खत्म होने का उस सिचुएशन को खत्म होने का, यह सोचते हैं कि यह सिचुएशन ही बुरा चल रहा है यह सिचुएशन खत्म हो जाए उसके बाद मैं काम करूंगा।
और दूसरी कैटेगरी में वह लोग हैं जो कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। वह कुछ ना कुछ प्रोडक्टिव करते हैं या फिर करने की कोशिश करते हैं कुछ नए स्किल सीखते हैं या उस सिचुएशन में रहकर भी खुद का अपना बिजनेस शुरू कर देते हैं या फिर नेटवर्क मार्केटिंग कर रहे हैं।
यानी कि वह अपने बुरे सिचुएशन में रहकर भी कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। ताकि उनकी जो सिचुएशन है वह बेहतरीन हो पाए वह अपने सिचुएशन से बाहर निकल पाएं।
वह कुछ ऐसे कर रहे हैं कि जब वह उस बुरे हालात से बाहर निकले उसके बाद इस मार्केट में जो चैलेंज मिलने वाली है उस चैलेंजेस को अच्छे से फेस कर पाएं। उनका सिचुएशन अच्छा हो पाए पहले से बहुत बेहतरीन हो जाए।
तो यही दो कैटेगरी के लोग हैं और आप किस कैटेगरी में हैं आपको पहले से ही पता है। अब आपको अपने गेस्ट से यही बात करनी है की देखिए जब किसी व्यक्ति के लिए जिंदगी में बुरी सिचुएशन आती है तो उससे बाहर निकलने में दो तरह के लोग होते हैं आप उस पहले कैटेगरी के लोग को बताइए और दूसरे कैटेगरी के लोग को बताइए।
तो 99% लोग आपको ऐसे मिलेंगे जो पहले कैटेगरी में होंगे यानी कि वह उस प्रॉब्लम को खत्म होने का इंतजार करते हैं। वह यह सोचते हैं कि जब यह प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी उसके बाद मैं कोई काम शुरू करूंगा।
तब आपको उनसे यह पूछना है कि क्या पहले केटेगरी में रहना चाहते हैं या फिर दूसरी कैटेगरी में आना है ? जब आप यह सवाल करेंगे तो 99% लोग आपसे बोलेंगे कि मुझे दूसरे कैटेगरी में आना है।
यानी कि बुरी सिचुएशन में रहकर भी कुछ करने वाले की केटेगरी में आना है इंतजार करने वाले की केटेगरी में नहीं रहना है। तो जब आपसे वह लोग बोलेंगे कि मुझे दूसरी कैटेगरी में आना है तब आपको उनसे यह पूछना है कि क्या आपके पास अभी कोई काम है जो अभी आप कर सकें क्या आपके पास कोई ऐसी अपॉर्चुनिटी है।
यह सारे सवाल आपको अपने गेस्ट से करना है जब आप यह सवाल करेंगे तो उनका जवाब नहीं में आएगा। क्योंकि उनको कुछ पता होता तो वह कुछ ना कुछ तो कर ही लेते इसलिए वह डेफिनेटली ना ही बोलेंगे।