आज के इस लेख में मैं आप सभी को बताऊंगा कि इस पूरी दुनिया में सिर्फ दो ही प्रकार के डायरेक्ट सेलर्स होते हैं और अगर आप इस बात को अच्छे से समझ गए तो आप इस नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री में एक नया इतिहास बना देंगे ।
1. सिर्फ किस्मत अजमाने के लिए ज्वाइन करते हैं यह जो पहले कैटेगरी वाले डायरेक्ट सेलर्स होते हैं यह एक ऐसे नेटवर्कर होते हैं जो सिर्फ अपनी किस्मत को आजमाने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग को ज्वाइन कर लेते हैं।
तो मैं आप सभी को यहां पर एक बात बताना चाहूंगा कि अगर आप किसी भी काम में अपनी किस्मत आजमाने के लिए उस काम को करना चाहते हैं तो वहां पर आप कभी भी सकसेज हासिल नहीं कर सकते हैं।
उस काम में अगर थोड़ी बहुत भी परेशानी आ जाएंगे तो आप उस काम को छोड़ देंगे। क्योंकि उस काम को आप सिर्फ अपना किस्मत आजमाने के लिए कर रहे हैं।
अगर आप उस काम को यह सोच कर करते की मुझे इसमें अपना किस्मत बनाना है, अपने परिवार के लोगों को वह जिंदगी देना है जो जिंदगी जीने के वह हकदार हैं ,
तब जाकर उस काम में कितनी भी बड़ी परेशानी आ जाए उस काम को आप नहीं छोड़ेंगे। जो लोग नेटवर्क मार्केटिंग को किस्मत आजमाने के लिए ज्वाइन करते हैं वह लोग फेल हो जाते हैं क्योंकि वह पहले ही दिन से अपना किस्मत आजमाने के लिए उस बिजनेस को शुरू करते हैं।
अगर आप अपना किस्मत आजमाने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग को शुरू करेंगे तो आपका यही हाल होगा कि आज इस कंपनी में फिर कल उस कंपनी में फिर अगले दिन किसी और कंपनी में।
ऐसे ही करते करते हो सकता है कि आप आने वाले 3 से 4 साल दो से तीन ₹ लाख कमा सकते हैं लेकिन आप कभी भी एक सम्मानित लीडर नहीं बन पाएंगे ।
जो लीडर नेटवर्क मार्केटिंग को अपना किस्मत आजमाने के लिए करते हैं उनकी सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह होती है कि उनको यह पता ही नहीं होता है कि आखिर इस काम को कब तक करना है।
लेकिन मैं आप सभी को यह बताना चाहूंगा कि अगर आप अपनी जिंदगी के किसी भी फील्ड में कामयाब होना चाहते हैं तो आप तभी किसी भी काम को शुरू कीजिए जब आप उस काम को अपनी अंतिम सांस तक कर सकते हैं।
जैसे कि आप कोई रिश्ता बनाते हैं तो क्या उस रिश्ते को सिर्फ आजमाने के लिए रिश्ता बनाते हैं कि चलो 1 से 2 साल तक देखते हैं?
या फिर अपने अंतिम सांस तक के लिए रिश्ता बनाते हैं। तो कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति से रिश्ता बनाता है वह उस रिश्ते को अपने जीवन के आखिरी सांस तक निभाना चाहता है।