या आप कैसे उनको यह समझा सकते हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग का प्रोडक्ट महंगे नहीं है बल्कि उनको महंगे लग रहे हैं। बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो यह बोलते हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग के प्रोडक्ट बहुत महंगे हैं।
और मार्केट में तो इससे सस्ते प्रोडक्ट मिल रहे हैं तो नेटवर्क मार्केटिंग से ही क्यों लें? अगर आपसे भी कोई यह बोल रहा है कि नेटवर्क मार्केटिंग का प्रोडक्ट बहुत महंगे हैं,
तो आप उनसे यह पूछिए कि क्या आपके सपने सस्ते हैं? क्या जिस घर को खरीदने के लिए आप सपना देख रहे हैं वह घर सस्ता है? या फिर जो कार आप लेना चाह रहा है क्या वह कार सस्ती है?
आप उस सामने वाले व्यक्ति से यही पूछिए कि मैं आपसे सिर्फ यही जानना चाह रहा हूं कि आपके सपने कितने सस्ते हैं या फिर कितने महंगे हैं? आप यह पूछिए कि जो कार आप लेना चाहते हैं उस कार को खरीदने के लिए क्या अभी आपके पास उतने पैसे हैं?
या जिस घर को आप खरीदना चाहते हैं उस घर को खरीदने के लिए क्या आपके पास अभी पैसे हैं? अगर आपके पास इन सारे सपने को पूरा करने के लिए अभी पैसे नहीं है तो इसका मतलब यह है कि यह सारी चीजें अभी आपके लिए महँगी ही है।
क्योंकि अगर आपके पास आपके सपनों से अधिक पैसे होते तो यह सब सपने आपको बहुत ही सस्ते दिखाई देते। अगर आपके पास आपके सपनों से कम पैसे हैं तो वह सब सपने आपके लिए बहुत ही महंगे हैं और आप प्रोडक्ट की बात कर रहे हैं कि प्रोडक्ट महंगे हैं।
आप उनसे यह बोल सकते हैं कि लेकिन मैं आपसे यह कह रहा हूं कि आपके सपने बहुत महंगे हैं। और आप उनसे यह पूछिए कि मैं आपसे यह पूछना चाहता हूं कि पिछले कई वर्षों से आपके जो परिवार है वह परिवार कहां से उत्पाद लेते थे?
क्या वो नेटवर्क मार्केटिंग से उत्पाद ले रहे थे या फिर उस मार्केट से ले रहे थे जहां के बारे में आप बात कर रहे हैं? और आप यह भी पूछिए कि लेकिन मैं आपसे यह पूछना चाह रहा हूं कि आप मुझे यह बताइए कि वह सस्ते प्रोडक्ट लेकर आपके या आपके परिवार के कौन से सपने पूरे हो गए हैं?
आप यह समझाइए कि पिछले कई सालों से वह सस्ते उत्पाद खरीदने से आपके सपने पूरे नहीं हुए तो आगे भी आने वाले 20 से 30 सालों में कोई भी सपना आपका पूरा नहीं होगा वह सस्ते उत्पाद खरीदने से।
इसलिए मैं सिर्फ आपको यही समझाना चाह रहा हूं कि जब भी कोई व्यक्ति आपसे यह कहे कि आपका प्रोडक्ट बहुत महंगे हैं तो आप उससे सिर्फ यही बोलिए कि इस दुनिया में कुछ भी सस्ते और महंगे नहीं होते हैं बल्कि बात सिर्फ इतनी सी होती है कि आपकी औकात कितनी है।