आज के इस लेख में मैं आप सभी को बताऊंगा कि आप किस तरीके से अपने रिजल्ट को 10 गुना बढ़ा सकते हैं? तो रिजल्ट को 10 गुना बढ़ाने के लिए मैं आप सभी को एक कहानी के माध्यम से समझाना चाहूंगा।
जैसे कि एक गांव में एक लड़का था लगभग 18 साल का और वह लड़का हमेशा अपनी रिजल्ट के बारे में सोचता रहता था। वह लड़का जब सोता था तभी अपने रिजल्ट के बारे में सोचता था और उठता था तब भी रिजल्ट के बारे में ही सोचता था।
यहां तक कि वह किसी भी व्यक्ति से मिलता था तो वह सिर्फ रिजल्ट के बारे में ही बात करता था। लेकिन इस तरह से कई सालों तक करने के बाद भी उसको अच्छा रिजल्ट नहीं मिला। तो 1 दिन क्या हुआ कि उसके गांव में एक बहुत ही अच्छे गुरु जी आए,
इतना सुनने के बाद वह लड़का बहुत ही खुश हुआ कि आज मेरी समस्या का समाधान मिल जाएगा। वह बहुत ही उत्सुकता के साथ उस गुरु जी से मिलने के लिए गया और जब वह गुरु जी से मिला तो वह अपनी सारी समस्याओं के बारे में बताने लगा।
तब वह लड़का पूछता है कि क्या काम करना होगा तब गुरु जी बताते हैं कि तुमको खेत में जाकर खड़ा हो जाना है और उस खेत में खड़ा होकर जो भी तुम्हारा इच्छा है यानी कि जो भी तुम चाहते हो कि फसल उगे उस फसल का नाम सुबह से लेकर शाम तक चिलाते रहना है।
गुरु जी उस लड़के को यह समझाने लगे की बिल्कुल हो सकता है तुम इसका टेंशन ना लो, मैं तुमको एक छोटी सी चीज दे रहा हूं इस चीज को तुमको अपनी मुट्ठी में बंद करके रखना है और मुट्ठी को बंद करके उस फसल का नाम लेना है फसल उग जाएगा।
लेकिन इसमें सुबह से लेकर शाम तक का समय लग सकता है तब लड़का बोला ठीक है आप मुझे वह चीज दीजिए जिसको मैं अपनी मुट्ठी में रखकर उस फसल का नाम लूंगा तो गुरु जी ने एक छोटी सी कुछ ऐसी चीज दे दिए और बोले कि तुमको इस चीज को अपने मुट्ठी में अच्छी तरह से बंद करके रखना होगा।
तब लड़का खुश होकर गया कि आज कुछ जादू होगा और वह लड़का खेत में गया और खड़ा हो गया और वह उस चीज को अपनी मुट्ठी में बंद करके आम आम चिल्लाने लगा, क्योंकि उसको यह लग रहा था कि मैं आम का नाम लूंगा तो यहां पर आम का पेड़ उग जाएगा।
वह लड़का एक घंटा तक आम का नाम लिया 2 घंटा तक लिया ऐसे करते-करते दोपहर हो गई, फिर भी वहां पर आम का पेड़ नहीं उगा वह बार-बार अपनी मुट्ठी को खोल कर देखता रहा कि यह चीज सही तो है न,
फिर मुट्ठी को बंद करके आम आम चिल्लाने लगा ऐसे चिल्लाते चिल्लाते उसको शाम हो गया लेकिन वहां पर कोई भी किसी भी तरह काम का पेड़ नहीं उगा।
उसके बाद वह परेशान हो गया और वह लड़का गुरु जी के पास पहुंचा और गुरु जी से यह बोलने लगा कि आप मुझे कैसा चीज दिए थे कुछ भी नहीं हुआ..............